*🔰जिला- बारां 🔰*
( उप नाम-वराह नगरी )
👉🏼अंता- बारां
 सहरिया जनजाति का कुंभ, राज्य में सब से ज्यदा सहरिया जनजाति- सीताबाड़ी( बारां)
 फूलदेवरा( मामा-भांजा का मन्दिर)- बारां
 राज्य का मिनी खजुराहो – भण्डदेवरा(बारां)
 लहसुन मण्डी – छिपा बालोद(बारां)
 बाहाणि माता का मन्दिर( राज्य का एकमात्र मन्दिर जिस की पीठ की पूजा की जाती है) – बारां
 शेरगढ़ अभ्यारण – बारां
 छपडा बिजली परियोजना- बारां
*🔰 जिला- अलवर 🔰*
( उप नाम- राज्य का सिहदुआर, राज्य का स्कॉटलण्ठ, पूर्वी कश्मीर)
 80 खम्भो की छतरी( मुसी महारानी की छतरी) – अलवर
 सीलीसेठ झील( राज्य का नन्दकान्न) – अलवर
 ” खो-दरिबा” ताबे की खान – अलवर
 सरिस्का अभ्यारण – अलवर
 नारायणी माता का मन्दिर(नाईयो की कुलदेवी) – अलवर
 प्राचीन पांडुपोल मन्दिर- अलवर
 नोटों की स्याही बनाने का कारखाना, ओधोगिक क्षेत्र, राज्य का नवीन मेनचेस्टर – भिवाड़ी(अलवर)
 बाला किला, जयसमन्द बाँध, फतह जंग गुम्बन्द- अलवर
 भृतहरि का मेला – अलवर
 मत्स्य संघ की राजधानी- अलवर
🔰जिला- बॉसवाङा 🔰*
( उप नाम- सौ दीपो का शहर )
 आनन्दपूरी – भुकिया क्षेत्र( सोने की खान) – बॉसवाङा
 घोटिया अम्बा का मेला(चैत्र अमावस्य को)- बॉसवाङा
 त्रिपुरी सुन्दरी का मन्दिर- बॉसवाङा
 आदिवासियों का कुंभ, वागड़ का पुष्कर, भीलों का सब से बड़ा मेला, सोम-माहि-जाखम नदियो का संगम(राज्य का सब से बड़ा त्रिवेणी संगम- बेणैश्वर धाम( बॉसवाङा)
 ऐतिहासिक “मांनगढ़” स्थल- बॉसवाङा
( उप नाम-वराह नगरी )
👉🏼अंता- बारां
 सहरिया जनजाति का कुंभ, राज्य में सब से ज्यदा सहरिया जनजाति- सीताबाड़ी( बारां)
 फूलदेवरा( मामा-भांजा का मन्दिर)- बारां
 राज्य का मिनी खजुराहो – भण्डदेवरा(बारां)
 लहसुन मण्डी – छिपा बालोद(बारां)
 बाहाणि माता का मन्दिर( राज्य का एकमात्र मन्दिर जिस की पीठ की पूजा की जाती है) – बारां
 शेरगढ़ अभ्यारण – बारां
 छपडा बिजली परियोजना- बारां
*🔰 जिला- अलवर 🔰*
( उप नाम- राज्य का सिहदुआर, राज्य का स्कॉटलण्ठ, पूर्वी कश्मीर)
 80 खम्भो की छतरी( मुसी महारानी की छतरी) – अलवर
 सीलीसेठ झील( राज्य का नन्दकान्न) – अलवर
 ” खो-दरिबा” ताबे की खान – अलवर
 सरिस्का अभ्यारण – अलवर
 नारायणी माता का मन्दिर(नाईयो की कुलदेवी) – अलवर
 प्राचीन पांडुपोल मन्दिर- अलवर
 नोटों की स्याही बनाने का कारखाना, ओधोगिक क्षेत्र, राज्य का नवीन मेनचेस्टर – भिवाड़ी(अलवर)
 बाला किला, जयसमन्द बाँध, फतह जंग गुम्बन्द- अलवर
 भृतहरि का मेला – अलवर
 मत्स्य संघ की राजधानी- अलवर
🔰जिला- बॉसवाङा 🔰*
( उप नाम- सौ दीपो का शहर )
 आनन्दपूरी – भुकिया क्षेत्र( सोने की खान) – बॉसवाङा
 घोटिया अम्बा का मेला(चैत्र अमावस्य को)- बॉसवाङा
 त्रिपुरी सुन्दरी का मन्दिर- बॉसवाङा
 आदिवासियों का कुंभ, वागड़ का पुष्कर, भीलों का सब से बड़ा मेला, सोम-माहि-जाखम नदियो का संगम(राज्य का सब से बड़ा त्रिवेणी संगम- बेणैश्वर धाम( बॉसवाङा)
 ऐतिहासिक “मांनगढ़” स्थल- बॉसवाङा
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